भूमि हस्तांतरण विवाद के कारण सुलगते जम्मू-कश्मीर के बीच आखिरकार छड़ी मुबारक आज सुबह 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा पहुंच गई और इसी के साथ ही दो माह तक चलने वाली सालाना अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई। एक मुसलमान ने श्री अमरनाथ गुफा की खोज आज से 160 साल पहले की थी। उसके बाद से आज तक वहां दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या इतनी कभी नहीं रही जितनी इस साल रही। इस साल रिकार्ड साढ़े पांच लाख लोगों ने श्री अमरनाथ जी के शिवलिंग के दर्शन किये। पंजतरणी में रात्रि विश्राम के बाद छड़ी मुबारक ले कर इसके संरक्षक महंत दीपेन्द गिरि सुबह करीब नौ बजे पवित्र गुफा पहुंचे। पंजतरणी अमरनाथ गुफा के मार्ग पर पड़ने वाला तीसरा एवं अंतिम विश्राम केंद्र है। 300 क्यूबिक मीटर क्षेत्र में फैली गुफा के मंदिर में 250 से अधिक साधुओं की मौजूदगी में छड़ी मुबारक की पूजा की गई। इस वर्ष करीब 5.50 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र अमरनाथ गुफा में पूजा की। यह संख्या अब तक की सर्वाधिक संख्या है और यह एक रिकार्ड है। इससे पहले 2004 में चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में पूजा की थी। इस वर्ष यात्रा के दौरान 68 व्यक्तियों की मौत हुई जिनमें से ज्यादातर के कारण प्राकृतिक थे। मृतकों में यात्रा मार्ग पर तैनात सीमा सुरक्षा बल का एक जवान और एक पुलिसकर्मी एक कुली और एक दुकानदार भी शामिल हैं। श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के कारण प्रशासन ने इस वर्ष यह यात्रा निर्धारित समय से एक दिन पहले 17 जून से आरंभ कर दी थी।
Saturday, August 16, 2008
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