Wednesday, September 3, 2008

बोलती किताबें


इंटरनेट में रूचि लेने वाले बच्चों के लिए दिल्ली पुस्तक मेला एक नया तोहफा लेकर आया है। बोलती किताबें बच्चों को किताबें सुनने के नये अनुभव से रूबरू करायेंगी। इस वक्त चल रहे दिल्ली पुस्तक मेले में भारतीय भाषाओं में बोलती किताबों की नयी विचारधारा बच्चों को खासा आकर्षित कर रही हैं। मान लीजिए आपकी आंखे किताबें पढ़ने के तैयार नहीं हैं लेकिन एक बोलती किताब खरीदिए जिसमें दादी नानी की तरह कोई आपको कहानी पढ़कर सुनायेगा। आजकल बच्चे इंटरनेट और टेलीविजन से चिपके रहते हैं। अभिभावक इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि बच्चों में पढ़ने की आदत छूट रही है। बच्चों के जीवन से जुड़ी किताबें उन्हें किताबों की ओर आकर्षित करेंगी। यह पुस्तकें इंग्लैंड और अमेरिका में बेहद लोकप्रिय है लेकिन भारत में इसे पहली बार आरंभ किया गया है। लोग मानते हैं कि यह विचारधारा बेहतरीन है, लेकिन एक किताब की कीमत करीब 300 रुपये बहुत अधिक है।

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