Monday, December 7, 2009

रणनीति को अंतिम रूप देने में लगे नुमाइंदे

जलवायु परिवर्तन पर कोपनहेगन में शुरू शिखर सम्मेलन के दौरान विभिन्न देशों के प्रतिनिधि कार्बनडाई आक्साइड और अन्य औद्योगिक गैसों के उत्सर्जन में कटौती के नए समझौते पर कड़ी सौदे बाजी के लिए तैयार हो रहे हैं।भारत सहित दुनिया के प्रमुख देशों द्वारा उत्सर्जन कटौती की जो घोषणा की गई है उसने ग्लोबल वार्मिंग पर नियंत्रण के लिए संधि का लक्ष्य नजदीक दिखने लगा है।इस महत्वाकांक्षी करार तक पहुंचने के लिए राजनीतिक प्रयास तेज हुए हैं, लेकिन विभिन्न देशों को इसके लिए और मेहनत करनी होगी। समय आ गया है। अगले दो सप्ताह के दौरान राष्ट्रों को नतीजा देना होगा। पिछले 17 साल में जलवायु परिवर्तन पर बातचीत में कभी भी ऐसा मौका नहीं आया जब एक साथ इतने ज्यादा देशों ने उत्सर्जन कटौती की प्रतिबद्धता जताई हो।जलवायु परिवर्तन पर अंतरराष्ट्रीय रुख में कोपनहेगन पहले ही 'जलवायु परिवर्तन की समस्या का मुकाबला करने की दिशा में दुनिया के प्रयासों में एक निर्णायक मोड़' बन चुका है। करीब 15,000 प्रतिनिधियों के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा चीन के प्रधानमंत्री वेन ज्याबाओ सहित दुनिया के 100 से ज्यादा नेता 12 दिन तक चलने वाले इस शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।

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