Wednesday, December 30, 2009

जाते बरस में इतिहास बन गई बहुत सी बातें

अपने 365 दिनों के सफर के आखिरी दिन में पहुंच चुके वर्ष 2009 में कई ऐसी हस्तियां हमसे हमेशा के लिए दूर चली गयीं जिन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता। इतिहास के पन्नों पर इनके अमिट हस्ताक्षर दर्ज हैं और पीछे रह गई हैं सिर्फ यादें दादासाहेब फाल्के पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता तपन सेन का कोलकाता में 15 जनवरी को 84 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी उल्लेखनीय हिंदी फिल्में जिंदगी जिंदगी, सगीना, एक डाक्टर की मौत तथा डॉटर्स ऑफ द सेंचुरी हैं। भारत के आठवें राष्ट्रपति आर वेंकटरामन का 27 जनवरी को निधन हो गया। उन्होंने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था। देश के प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम की पहल करने का श्रेय उन्हें ही जाता है। 22 फरवरी को ब्रिटिश रियलिटी शो की स्टार जेड गुडी का कैंसर से निधन हो गया। रियलिटी शो 'बिगब्रदर' की, बालीवुड की अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी पर जेड गुडी की नस्ली टिप्पणी के बाद बहुत चर्चा हुई और ब्रिटिश संसद में भी इसकी गूंज हुई थी। बाद में जेड गुडी को माफी मांगनी पड़ी थी। 'कटी पतंग', 'अमर प्रेम', 'अराधना' जैसी यादगार फिल्में सिने प्रेमियों को देने वाले निर्माता निर्देशक शक्ति सामंत का मुंबई में आठ अप्रैल को निधन हो गया। बॉलीवुड में खास शैली और अलग अंदाज रखने वाले अभिनेता, निर्माता, निर्देशक फिरोज खान का 27 अप्रैल को कैंसर से निधन हो गया। कुर्बानी, जांबाज और दयावान जैसी 50 से अधिक फिल्मों में अभिनय के जौहर दिखाने वाले फिरोज खान की अन्य उल्लेखनीय फिल्में आदमी और इन्सान, अपराध, उपासना, मेला, आग आदि हैं।चित्रकला के क्षेत्र में भारत को अनूठी पहचान देने वाले प्रख्यात चित्रकार तैयब मेहता का तीन मई को मुंबई में 84 साल की उम्र में देहांत हो गया। वर्ष 2007 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन को पहली हिट फिल्म ''जंजीर'' देने वाले निर्माता निर्देशक प्रकाश मेहरा का मुंबई में 17 मई को निधन हो गया। उनकी अन्य हिट फिल्मों में नमकहलाल, शराबी और लावारिस प्रमुख हैं। प्रख्यात लेखिका कमला सुरैया का पुणे के अस्पताल में 31 मई को देहांत हो गया। उनके अंग्रेजी और मलयालम लेखन को पाठकों ने खूब सराहा था। छत्तीसगढ़ की अनूठी आदिवासी संस्कृति को रंगमंच के माध्यम से से दुनिया को परिचित कराने वाले प्रख्यात रंगकर्मी हबीब तनवीर का आठ जून को निधन हो गया। रंगकर्म के पर्यायवाची कहे जाने वाले तनवीर ने अपनी अमर कृति चरण दास चोर के माध्यम से दुनिया को छत्तीसगढ़ की झलक दिखाई। पॉप किंग माइकल जैक्सन का लॉस एंजिलिस में 26 जून को निधन हो गया। 80 के दशक में अपने ब्रेक डांस से लोगों को झूमने पर मजबूर करने वाले तथा अपने संगीत से लाखों दिलों को अभिभूत करने वाले जैक्सन का देहांत उनकी बहुप्रतीक्षित वापसी ''दिस इज दैट'' से कुछ ही हफ्ते पहले हुआ। हुबली में 21 जुलाई को प्रख्यात हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की गायिका और ''किराना घराना'' की गंगू बाई हंगल का 97 साल की उम्र में देहांत हो गया। 'अनुराधा' और 'ए रास्ते हैं प्यार के' जैसी फिल्मों में अपनी खूबसूरती और अभिनय से दर्शकों की वाहवाही लूटने वाली अभिनेत्री लीला नायडू का लंबी बीमारी के बाद मुंबई में 28 जुलाई को 69 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।वर्ष 1955 में मिस इंडिया का खिताब जीतने वाली लीला का नाम वोग पत्रिका में 'दुनिया की दस सबसे खूबसूरत महिलाओं' की सूची में जयपुर की पूर्व महारानी एवं राजमाता गायत्री देवी के साथ प्रकाशित हुआ था। अगले ही दिन 29 जुलाई को गायत्री देवी का जयपुर में लम्बी बीमारी के बाद 90 साल की उम्र में निधन हो गया। गायत्री देवी जयपुर की तीसरी महारानी थी और सवाई मान सिंह :द्वितीय: की पत्नी थीं। ब्रिटिश प्रेस ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ऐसी भारतीय महारानी बताया, जिनका जीवन 'राज' के ग्लैमर और रोमांस को समेटे हुए है। फिलीपींस की पूर्व नेता तथा लोकतांत्रिक प्रतीक मानी जाने वाली कोरैजन अकीनो का मनीला में 76 साल की उम्र में एक अगस्त को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अकीनो ने 1986 में ''पीपुल पावर'' :जनशक्ति: नाम से व्यापक आंदोलन चलाया जिससे दिवंगत तानाशाह फर्दिनंद मारकोस का तख्ता पलट गया था। सात अगस्त को मुंबई में गीतकार गुलशन बावरा का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्होंने 42 साल के फिल्मी सफर में जंजीर का 'यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी' तथा उपकार का 'मेरे देश की धरती सोना उगले' जैसे अमर गीत लिखे। भारत के धुर समर्थक और अमेरिका के जाने माने डेमोक्रेट सीनेटर एडवर्ड एम कैनेडी का दिमागी कैंसर के कारण 25 अगस्त को 77 वर्ष की उम्र में अमेरिका के मैसाच्यूसेट्स के ह्यानिस पोर्ट में निधन हो गया। एडवर्ड अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के छोटे भाई थे।ऊंची उपज और अधिक प्रतिरोधक क्षमता की गेहूं किस्म विकसित कर 'हरित क्रांति' की नींव रखने वाले नोबेल पुरस्कार प्राप्त मशहूर अमेरिकी वैज्ञानिक नोरमैन बोरलॉग का 12 सितंबर को 95 वर्ष की उम्र में अमेरिका के टैक्सास में निधन हो गया। हरित क्रांति के चलते ही भारत में गेहूं का उत्पादन दुगना हुआ था और विकासशील देशों में अकाल को रोकने में मदद मिली थी। बोरलॉग को 1970 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया था। कृषि के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। उनकी कृषि तकनीक से देश को मोटे अनाज के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद मिली थी। अपने जीवनकाल में 25 लोगों को फांसी पर चढ़ाने वाले जल्लाद नाटा मलिक का कोलकाता में 14 दिसंबर को 89 साल की उम्र में निधन हो गया। करीब पांच साल पहले मलिक ने बलात्कार और हत्या के दोषी धनजंय चटर्जी को फांसी पर लटकाया था। मलिक ने 1970 के दशक में मृणाल सेन की फिल्म 'मृगया' में जल्लाद की भूमिका निभाई थी। उन्होंने टेलीविजन कार्यक्रमों और रंगमंच में भी अपने अभिनय से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। 'अनारकली' और 'ताजमहल' जैसी फिल्मों में निभाए अपने किरदार के लिए मशहूर अदाकारा बीना राय का छह दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने से 78 साल की उम्र में निधन हो गया। फिल्मफेयर अवार्ड विजेता बीना राय दिवंगत अभिनेता प्रेमनाथ की पत्नी थीं।
वर्ष 2009 विदा लेने को है। इस वर्ष कई योजनाओं और परियोजनाओं को पूरा किया गया तो कुछ को हमेशा के लिए बंद करने का भी फैसला किया गया। कुछ चीजें दुर्घटनावश भी नष्ट हो गयीं। आने वाले वर्ष के लिए यह सब अतीत की बातें होंगी। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में दिखने वाली उड़नतश्तरियां अभी भी एक गुत्थी बनी हुई हैं, लेकिन ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने खर्च में कटौती उपाय के तहत अपनी उड़नतश्तरी हॉट लाइन को इस साल दिसंबर से बंद कर दिया है। वह अब इस तरह की वस्तुओं के दिखने के मामलों की जांच पड़ताल नहीं करेगी। दिसंबर के पहले सप्ताह में मंत्रालय के हॉट लाइन और इसके ईमेल खाते को बंद किया जाना ब्रिटेन के उन कई लोगों की नाराजगी का कारण बन गया जो मानते हैं कि इस तरह का शोध महत्वपूर्ण कार्य है। उत्तरी नीदरलैंड में रखी गई डच ईस्ट इंडिया कंपनी के एक जहाज की 17वीं सदी की एक प्रतिकृति अब नजर नहीं आएगी क्योंकि 30 जुलाई को यह जलकर राख हो गई। यह जहाज 1980 में कई वर्षो तक जापान के नागासाकी में रहा। वर्ष 2003 में नीदरलैंड के उत्तरी बंदरगाह डेन हेल्डर में लौटा था और तब से वह पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र था। मूल जहाज का निर्माण 1649 में हुआ था। वह डच व्यापारिक कंपनी का सबसे बड़ा जहाज था। 1662 में यह जहाज मेडागास्कर के पास डूब गया था। फिर इसकी प्रतिकृति बनाई गई थी।ब्रिटेन में 30 जुलाई को एक ऐतिहासिक घटना हुई। इस दिन देश में सुप्रीम कोर्ट के गठन के साथ ही हाउस ऑफ लॉर्ड्स का मुल्क की सबसे बड़ी अपीलीय अदालत का दर्जा खत्म हो गया। हाउस ऑफ लॉर्ड्स पिछली शताब्दियों से देश की सर्वोच्च अदालत थी लेकिन लॉ लॉर्ड्स के वेस्टमिंस्टर में सुप्रीम कोर्ट में कामकाज सम्भालने के बाद स्थिति बदल गई। सुप्रीम कोर्ट का गठन देश की गोर्डन ब्राउन सरकार के संसदीय सुधार कार्यों का हिस्सा है। मुल्क में उच्चतम न्यायालय के गठन सम्बन्धी कानून वर्ष 2005 में पारित किया गया था। सुप्रीम कोर्ट में तब्दील होने की ऐतिहासिक घटना से ऐन पहले हाउस ऑफ लॉर्ड्स ने अपने पास लम्बित आखिरी अपीलों पर 30 जुलाई को सुनवाई की। ब्रिटेन में एक सितंबर से घरेलू उपयोग में आने वाले 100 वाट के बल्बों के उत्पादन और आयात पर प्रतिबंध लग गया। ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के उद्देश्य से आए यूरोपीय संघ के निर्देशों में संघ के सभी सदस्य देशों में 100 वाट के बल्बों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है। ऐसे बल्बों की बिक्री सिर्फ मौजूदा स्टॉक के खत्म होने तक जारी रही।

No comments: