Sunday, September 20, 2009

बढ़ता वंशवाद

विधानसभा चुनाव का सामना कर रहा महाराष्ट्र में वंशवाद कोई अपशब्द नहीं है। यहां राष्ट्रपति के पु़त्र सहित कई नेताओं के रिश्तेदार 13 अक्तूबर को होने वाले मतदान के लिए टिकट पाने की आकांक्षा रखते हैं। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के पुत्र राजेंद्र उर्फ राव साहेब शेखावत अमरावती से कांग्रेस का टिकट चाह रहे हैं। इस सीट से अभी कांग्रेस के ही राज्य मंत्री सुनील देशमुख विधायक हैं। वह दोबारा टिकट पाने के लिए संघर्षरत हैं। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल के पुत्र पंकज भुजबल नासिक स्थित नंदगांव से पार्टी का नामांकन चाह रहे हैं। भुजबल के रिश्तेदार समीर नासिक से राकांपा सांसद हैं, जबकि उप मुख्यमंत्री खुद जिले की एओला सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। दिवंगत भाजपा नेता प्रमोद महाजन की पुत्री पूनम महाजन मुंबई की घाटकोपर पश्चिम सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं।शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे चुनाव नहीं लड़ रहे हैं लेकिन उन्हें पार्टी का एक धड़ा शिवसेना-भाजपा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देखता है। उद्धव शिवेसना सुप्रीमो बाल ठाकरे के पुत्र हैं। उनके भतीजे राज ठाकरे ने तब अलग होकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बना ली थी जब बाल ठाकरे ने नेतृत्व संभालने के लिए अपने पुत्र को तरजीह दी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री गोपीनाथ मुंडे की अपने भतीजे धनंजय को मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड़ जिले की रेनापुर सीट से चुनावी मैदान में उतारने की योजना है। कांग्रेस की चुनाव प्रबंध समिति के अध्यक्ष केंद्रीय मंत्री विलाराव देशमुख अपने पुत्र अमित को लातूर शहर से पार्टी उम्मीदवार बनाने की कोशिश कर रहे हैं। देशमुख ने कई साल इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। इसमें वह दौर शामिल था जब वह आठ वर्ष महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे अपनी पुत्री प्रणेती को सोलापुर की अपनी मजबूत पकड़ वाली सीट से टिकट दिलाना चाहते हैं।कांगे्रेस मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के नेतृत्व में चुनाव लड़ने जा रही है। वह भी दिवंगत नेता एस बी. चव्हाण के पुत्र हैं जो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राकांपा प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत पवार कई सालों तक बारामती में अपने चाचा के गढ़ का प्रतिनिधित्व करने के बाद मजबूत नेता के रूप में उभरे हैं। राकांपा प्रमुख की पुत्री सुप्रिया सुले बारामती लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती हैं। राज्य में हाल ही में गठित तीसरे मोर्चे के नेताओं में से एक राजेंद्र गवई केरल के राज्यपाल आरएस गवई के पुत्र हैं और आरपीआई के एक धड़े के अध्यक्ष रह चुके हैं। महाराष्ट्र में मंत्री नारायण राणे और विजय सिंह मोहिते पाटिल के पुत्र संसद सदस्य बन चुके हैं। राणे के पुत्र नीलेश लोकसभा सांसद और मोहिते पाटिल के पुत्र रणजीत राज्यसभा सांसद हैं। केंद्रीय मंत्री प्रतीक पाटिल दिवंगत मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पौत्र और दिवंगत कांग्रेस नेता प्रकाश पाटिल के पुत्र हैं।

1 comment:

संगीता पुरी said...

सिर्फ कर्तब्‍य पालन के लिए ही अपने परिवार के प्रति मोह लिए होना चाहिए .. पर राजनीति से जुडे लोग मोह में इतने अंधे क्‍यूं होजाते हैं .. कि उन्‍हे उचित अनुचित का ध्‍यान ही नहीं रहता !!