Monday, March 2, 2009

चौदहवीं लोकसभा इतिहास के पन्नों में समाहित


पंद्रहवीं लोकसभा के चुनाव की तिथियां आज घोषित हो जाने के साथ ही वर्तमान चौदहवीं लोकसभा के इतिहास बनने में कुछ ही दिन रह गए हैं जिसमे एक क्रिकेट की टीम भर 'ब्लैक इलेवन' को बर्खास्त करने सहित कई अनूठे रिकार्ड बने। वर्तमान चौदहवीं लोकसभा ने अपने ग्यारह सदस्यों को बर्खास्त करने का इतिहास रचा। इस 'ब्लैक इलेवन' में कबूतरबाजी (मानव तस्करी) से लेकर पैसा लेकर सदन में सवाल पूछने जैसे स्तब्धकारी आरोपों से घिरे सदस्यों को सदन के बाहर का रास्ता दिखाया गया। इस दौरान पहली बार संसद में नोटों के बंडल भी लहराए गए। कबूतरबाज़ी मामले में भाजपा सांसद बाबूभाई कटारा को बर्खास्त किया गया। इसके अलावा लोकसभा के दस सदस्य सदन में प्रश्नकाल को कमाई का जरिया बनाने के आरोप में पकड़े जाने पर निष्कासित किए गए। चार अन्य सदस्यों को विभिन्न मामलों में निलंबित किया गया। वर्तमान लोकसभा में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत सदस्यों को मिलने वाले धन का दुरूपयोग किए जाने का घोटाला भी हुआ। चौदहवीं लोकसभा ने एक और अनूठे निष्कासन का भी नज़ारा किया। लोकसभा के पहले 'कामरेड' अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी को उनके मूल दल माकपा ने पार्टी से बर्खास्त कर दिया। वाम दलों द्वारा संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने पर अध्यक्ष पद छोड़े जाने का पार्टी का निर्देश नहीं मानने पर माकपा ने यह कार्रवाई की। इस लोकसभा में ही पहली बार अध्यक्ष के खिलाफ पक्षपात का आरोप लगाकर सम्पूर्ण विपक्ष ने हस्ताक्षर अभियान चलाया। और पहली बार ही किसी अध्यक्ष ने सदन में हंगामा करने वाले सदस्यों को दोबारा न जीतने का श्राप दिया हालांकि जिसे उन्होंने दूसरे ही दिन वापस भी ले लिया।

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