Wednesday, August 5, 2009

राष्ट्र ने मनाया पारंपरिक तरीके से रक्षाबंधन


भाई और बहन के अटूट संबंधों को दर्शाने वाला त्यौहार रक्षाबंधन आज राष्ट्र पारंपरिक उत्साह के साथ मना रहा है। बहिनों ने भाइयों के तिलक लगाकर राखियां बांधी और खुशहाली की प्रार्थनाएं की और उपहारों का आदान-प्रदान खूब हुआ।स्कूलों के बच्चों ने राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राखियां बांधीं। बदले में छात्रों को राष्ट्रपति ने एक सांकेतिक तोहफा और नाश्ते का पैकेट दिया। इसके अतिरिक्त उन्हें राष्ट्रपति भवन की सैर कराई गई। राष्ट्रपति की कलाई पर राखी बांधने वाली एक नेत्रहीन लड़की ने कहा कि मैं उन्हें देख नहीं सकी लेकिन अपने गाल पर उनके स्पर्श को मैंने महसूस किया। काश मैं इस क्षण को देख सकती। विभिन्न स्कूलों और गैर सरकारी संगठनों से जुड़े बच्चों ने प्रधानमंत्री की कलाई पर राखी बांधी और उन्हें मिठाइयां खिलाईं। इस अवसर पर दिए गए संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस त्योहार से हमारे पारंपरिक संबंधों की पवित्रता को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि इससे मतभेद दूर करने तथा बंधुत्व और भाईचारे के संबंधों को मजबूत करने का अवसर मिलता है।रक्षाबंधन के अवसर पर विभिन्न कार्यालयों में महिला कर्मी छुट्टी पर थीं। इस अवसर पर जब रक्षाबंधन से संबंधित फिल्मी गाने दिल को छूने वाले बजते हैं तो मन भावुक हो जाता है। जैसे भइया मेरे राखी के बंधन को निभाना.. राखी बंधवालो मेरे वीर..भइया मेरे छोटी बहन को न भुलाना..आदि गानों के साथ जब राखी बांधी जाती है तो वास्तव में भाई-बहन का असली प्रेम सामने आ ही जाता है। यही है इस त्यौहार का असली मकसद।

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