Saturday, November 29, 2008

60 घंटे बाद दहली मुंबई आतंकियों के बंधन से मुक्त


ताज होटल में तीन आतंकवादियों की मौत के साथ ही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को बंधक बनाने वाले आतंकवादियों का खात्मा हो गया और पिछले 60 घंटे से चल रहे दुस्वप्न का अंत हो गया, जिसमें डेढ़ सौ से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। सुरक्षाबलों ने देश के प्रति जान की बाजी लगाकर आतंकियों के नापाक इरादों को कामयाब नहीं होने दिया। मुझे गर्व है इन जाबांज जवानों पर। पाक स्थित कराची से इन आतंकियों के संपर्क बने हुए थे। इससे पता चलता है पाक आतंकियों को भारत के खिलाफ उकसा रहा है। मैं तो कहना चाहूंगा कि भारत सरकार को पाक से हमेशा-हमेशा के लिए संबंध विच्छेद कर लेना चाहिए। जिस समय इसलामाबाद में भारत और पाक के विदेश सचिव-स्तरीय वार्ता चल रही थी उसी समय आतंकवादी मुंबई में प्रवेश कर रहे थे। याद आता है जब अटल बिहारी वाजपेयी पाकिस्तान गए थे शांति का संदेश लेकर तब उसी समय वे लोग कारगिल पर चढ़ाई कर रहे थे। कितने गंदे हैं ये लोग, शर्म आती है। अब भारत को पाक विरुद्ध नीति बनाकर सख्ती से पेश आना चाहिए। भारत ने सहनशीलता की परीक्षा कई बार दी है, लेकिन अब भए बिन होए न प्रीति का सूत्र अपनाना ही पड़ेगा। भारत कोई पाक जैसा छोटा देश नहीं है। भारत की सैन्य क्षमता पाक से कहीं ज्यादा है। हम उससे हर मामले में भारी हैं। मैं तो कहूंगा कि राजनयिक संबंध तत्काल प्रभाव से खत्म कर लेना चाहिए। अब बहुत हो चुका है। होटल ताज में 60 घंटे तक चली मुठभेड़ की काली छाया और अपनों को खोने का दर्द लंबे समय तक रहेगा। इस होटल के 529 कमरों में से आतंकवादियों ने कई कमरों को आग के हवाले कर दिया। आतंकवादियों द्वारा कब्जे में लिये इस होटल में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के जांबाज जवानों और दहशतगर्दो के बीच आज सुबह करीब 8.30 बजे अंतिम लड़ाई खत्म हुई। अतिविशिष्ट लोगों की सुरक्षा और आतंकवाद से मोर्चा लेने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को इतना गहन प्रशिक्षण दिया जाता है कि वे पलक झपकते ही दुश्मन का सफाया कर देते हैं। एनएसजी ने पंजाब, जम्मू कश्मीर सहित देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकवाद से लोहा लिया है और बंधकों को सफलतापूर्वक मुक्त कराया है। चुस्ती, फुर्ती, अचूक निशाना और देश पर न्यौछावर होने का उनका जज्बा उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट से भी दृढ़ होता है जिसे एके 47 तक की गोलियां नहीं छेद पातीं। मुंबई में आतंकी हमले की काली छाया भारत पाकिस्तान संबंधों पर गहरा गयी, जबभारत ने दो टूक शब्दों में कहा कि इस तरह के आतंकवादी हमलों से द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ा पाना असंभव हो जायेगा। एनएसजी के कमांडो 529 कमरों वाले ताज होटल के चप्पे-चप्पे की तलाशी ले रहे हैं और पूरी तरह से तसल्ली होने से पहले एनएसजी इस अभियान को समाप्त घोषित करने के हक में नहीं है। तलाशी इसलिए ली जा रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वहां कोई आतंकवादी या विस्फोटक बाकी नहीं बचा है। इस आतंकवादी हमले में मरने वालों की तादाद 192 का आंकड़ा पार कर चुकी है, जिनमें पुलिस और एनएसजी के 14 जांबाज भी शामिल हैं। अभियान में 14 आतंकवादी मारे गए और एक को जिंदा पकड़ लिया गया। उनके कब्जे से एक एके 47 असाल्ट राइफल भी मिली। अभियान के दौरान भारी गोलाबारी हुई। ग्रेनेड दागे गए और आतंकवादियों ने विस्फोटक का इस्तेमाल किया।

2 comments:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

uf! NARAYAN NARAYAN

Anonymous said...

sarkaar to hamesha shanti ka rona roti rahti hai hame mauka mile bus ham to pakistaan ka namonishan mita denge