Thursday, May 2, 2013
कफन में लौटा लाल
-एयर इंडिया के विमान से देर शाम अमृतसर हवाई अड्डे पहुंचा ताबूत
राजासांसी हवाई अड्डा
पाकिस्तान की काल कोठरी में 23 साल जिल्लत की जिंदगी बसर करने के बाद पंजाब का लाल वीरवार शाम अपनी सरजमीं पर लौटा जरूर लेकिन कफन में लिपट कर। पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में कातिलाना हमले से 'शहीद हुए सरबजीत का पार्थिव शरीर वीरवार शाम पौने आठ बजे श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में एयर इंडिया के विशेष विमान से भारत पहुंचा। लगभग बीस मिनट के बाद सीमा सुरक्षा बल के विशेष हेलीकाप्टर से सरबजीत का पार्थिव शरीर सुर सिंह भेज दिया गया। यहां बनाए गए विशेष हेलीपैड में लैंडिंग होगी। इसके बाद सरबजीत के पार्थिव शरीर को एक एंबुलेंस में रख कर पट्टी के सिविल अस्पताल में ले जाया जाएगा, जहां डाक्टरों की एक टीम उसका पोस्टमार्टम करेगी।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में सरबजीत के ताबूत को वहां रखे गए स्कैनर से निकाला गया। सरबजीत का शव वीरवार शाम तीन बजे पाकिस्तान से पहुंचना था, लेकिन पाकिस्तान सरकार द्वारा बार बार शव भेजने में की जा रही देरी से हवाई अड््डे में इंतजार कर रहे मंत्रियों व उच्चाधिकारियों को कई घंटे बैठना पड़ा। हवाई अड्डे पर सीमा सुरक्षा बल, सीआइएसएफ व पंजाब पुलिस के कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे।
इससे पूर्व लाहौर हवाई अड्डे से लगभग 7 बज कर दस मिनट पर एयर इंडिया के इस जहाज ने उड़ान भरी। 35 मिनट के बाद जहाज श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में पहुंचा, जहां भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रही विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर, उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, एससीएसटी कमीशन के वाइस चेयरमैन डा. राजकुमार, मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने सरबजीत के पार्थिव शरीर पर फूल माला चढ़ा कर श्रद्धा सुमन भेंट किए।
लगभग दस मिनट के श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद परनीत कौर, प्रताप सिंह बाजवा व अन्य कांग्रेसी नेता हवाई अड्डे से बाहर लौट गए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बीबी परनीत कौर ने कहा कि भारत की जेलों में सजा काट रहे सभी पाकिस्तानी कैदियों की सुरक्षा में कोई ढील नहीं आने दी जाएगी। भारत में पाकिस्तानी कैदियों पर हमले नहीं होते है। भारत एक जिम्मेदार देश है।
बाजवा ने कहा कि इस पूरे मामले में पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के आगे नंगा हो गया है। सरबजीत पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
इससे पूर्व बिक्रम मजीठिया ने कहा कि सरबजीत के परिवार ने उसके पुन: पोस्टमार्टम के लिए कहा है। उसके पोस्टमार्टम के लिए दो टीमों का गठन किया गया है। सरबजीत के परिवार ने उसकी हत्या में प्रयोग किए गए हथियारों, उसे कहां कहां चोट लगी है। कहीं शरीर का कोई अंग तो पाकिस्तान में निकाला गया, इसकी जांच के लिए दोबारा पोस्टमार्टम करने के लिए कहा गया है।
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