Wednesday, June 4, 2008
कुकिंग गैस में बेतहासा वृद्धि
केन्द्र सरकार ने आज चार जून को पेट्रोल, डीजल और कुकिंग गैस में बेतहासा वृद्धि करके लोगो का जीना और दूभर कर दिया क्योंकि लोग पहले से ही महगाई की मार झेल रहे थे । पेट्रोल में ५ रुपये , डीजल में ३ रुपये और कुकिंग गैस में ५० रुपये की असहनीय वृद्धि की है । सरकार को मालूम होना चाहिए था की डीजल की वृद्धि का असर किसानों और नीचे तपके के लोगो तक पड़ता है जबकि सरकार अपनी सफाई में कहती है की कैरोसिन में कोई वृद्धि न करके हमने नीचे तपके के लोंगो को छुआ नही है । २००४ में पेट्रोल की कीमतें ३०.२५ रुपये प्रति लीटर थी जो अब बढकर ५२ रुपये हो गयी, २००४ से अबतक आठ बार सरकार ने इसपर अपने हाथ साफ किए है । सी एन जी पर कोई वृद्धि न करके सरकार ने एक बात और साफ कर दी कि यह निर्णय राजनैतिक है क्योंकि दिल्ली में विधान सभा के चुनाव को देखते हुए सरकार ने इसपर कोई निर्णय नही लिया । ईंधन मूल्य में से सरकार को २१,१२३ करोड़ रुपये कि आय होगी जबकि देश का सामान्य आदमी दोहरी महगाई को झेल पायगा कहना मुश्किल है । देश को आर्थिक गुलामी की तरफ़ धकेल दिया गया है । देश में चारो तरफ़ महगाई , सूखा आदि कि लोग मार झेल रहे है । लोग आत्महत्या कर रहे है । किसान सूखे की मार से टूट चुका है राहत के नाम पर उंट के मुह में जीरा के समान है सरकार का आर्थिक पैकेज । अपने परिवार का भरण पोषण करने में अक्षम किसान कैसे अपने बच्चों को उचित शिक्षा दे पाएंगे । आर्थिक लाभ नीचे तक नही पहुच रहा है इसके लिए सरकार कि नीति जिम्मेदार है । सरकार को लाभ सिर्फ़ अपनी तेल कम्पनी को देना था सो उसने किया उसे आम जनता से कुछ लेना देना नही है , और जब चुनाव आयेंगे तभी सरकार अपनी उपलब्धिया गिनाते हुए थक टी नही है । देश हित में इंधन मूल्य वृद्धि को तत्काल वापस ले सरकार ।
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2 comments:
राजेश जी ,
अच्छा प्यास नही , अच्छा प्रयास कहिये ।
भूपेन्द्र जी ,
अच्छा होगा आप अपना ब्लॉग ब्लॉगवानी डॉट क़ॉम पर रजिस्टर कराएँ , इससे अन्य हिन्दी ब्लॉग्स की दुनिया भी परिचित हो पाएगी आपके ब्लॉग से ।
और कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें , टिप्पणी करने वालों को सुविधा हो जाएगी ।
CHOKHER BALI sandoftheeye.blogspot.com
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